Intezaar shayari | 51+वायरल इंतजार शायरी

setmarathi.com

Intezaar shayari

Intezaar shayari: अक्सर प्यार मे इंतजार वही इंसान करता है जो सच्ची मोहब्बत करता हो, बहुती कठीण होता है ये वक़्त जब हम किसी के इंतजार मे उस व्यक्ती का आणे का इंतजार करते है और वह व्यक्ती वक़्त पर नही आ पाता| किसी का खो जाणा उतना नही चुभता जितना उसका इंतजार चुभता है!

अगर आप भी किसी के इंतजार मे है तो आप यह शायरी को महसूस कर सकोगे, आज के लेख मे हम बेहतरीन सुप्रसिद्ध वायरल इंतजार शायरी के बारे मे जाणणे वाले है!

हमने ये शाम चराग़ों से सजा रखी है;

आपके इंतजार में पलके बिछा रखी हैं;

हवा टकरा रही है शमा से बार-बार;

और हमने शर्त इन हवाओं से लगा रक्खी है!!

*

Best Intezaar shayari

“ए पलक तु बन्‍द हो जा,
ख्‍बाबों में उसकी सूरत तो नजर आयेगी
इन्‍तजार तो सुबह दुबारा शुरू होगी
कम से कम रात तो खुशी से कट जायेगी ”

उनका भी कभी हम दीदार करते है
उनसे भी कभी हम प्यार करते है
क्या करे जो उनको हमारी जरुरत न थी
पर फिर भी हम उनका इंतज़ार करते है !

उसके इंतजार के मारे है हम..
बस उसकी यादों के सहारे है हम…
दुनियाँ जीत के कहना क्या है अब..??
जिसे दुनियाँ से जीतना था आज उसी से हारे है हम..!!

तेरे इंतजार मे कब से उदास बैठे है
तेरे दीदार में आँखे बिछाये बैठे है
तू एक नज़र हम को देख ले
इस आस मे कब से बेकरार बैठे है..!!

कोई वादा नहीं फिर भी तेरा इंतज़ार है!
जुदाई के बाद भी तुम से प्यार है!
तेरे चेहरे की उदासी बता रही है!

मुझसे मिलने के लिये तू भी बेकरार है!

हमे अपणे प्यार का हिसाब नही आता,
उनका पलटकर कोई जवाब नही आता,
हम तो उनकी याद मे सोते तक नही,
और उनको सोकर भी हमारा ख्वाब नही आता…!!

कौन कहता है इश्क़ मे बस इकरार होता है
कौन कहता है इश्क़ मे बस इनकार होता है,
तन्हाई को तुम बेबसी का नाम ना दो,
क्यूंकी इश्क़ का दूसरा नाम ही इंतेज़ार होता है…!

मेरी नज़रून में जो खुमार है उसका ही है
मेरे तसाउर में हो हिस्सर है उसका ही है
वो मेरे पास आई,साथ चले,रही ना रही
मुझे तो बस अब इंतेज़ार उसका ही है..!!

*

Intezaar shayari in hindi

तुम्हारी आखो मे सामना चाहते है,
तेरे दिल मे कोई ठिकाना चाहते है,
तक गये हम करते करते याद तुझको,
अब तुझे हम याद आना चाहते है…!

उम्रे-दराज़ मांग कर लाये थे चार दिन;
दो आरज़ू में कट गए दो इंतज़ार में!

मुमकिन नही शायद किसी को समाज पाना,
समझे बिना किसी से क्या दिल लगाना,
आसान है किसी को प्यार करना,
बहुत मुश्किल है किसी के इंतजार में प्यार पाना…!!

वफ़ा मे अब ये हुनर इकतियार करना है
वो सच कहे ना कहे आएतबार करना है
यह तुझको जागते रहने का शौक काब्से हुआ
मुझे तो खैर तेरा इंतेज़ार करना है..!!

उनका वादा है के वो लौट आएँगे
इसी उम्मीद पर हम जीए जाएँगे
यह इंतेज़ार भी उन्ही की तरह प्यारा है
कर रहे थे कर रहे हाइन और किए जाएँगे..!!

किसी को मेरी याद आए एक अरसा हुआ,
कोई है हैरान तो कोई तरसा हुआ.
इस तरह खामोश हैं ये दिल ये आँखे मेरी,
जैसे खामोश हो कोई बदल बरसा हुआ!!

जज़्बात-ए-इश्क़ नाकाम ना होने देंगे,
दिलकी दुनिया मे शाम ना होने देंगे,
इश्क़ का हर इल्ज़ाम अपने इन्तजार में सर लेंगे
पर मेबूभ को कभी बदनाम ना होने देंगे…

एक शाम आती है तेरी याद ले कर
इक शाम जाती है तेरी याद ले कर
हुमको तो उस शाम का इंतेज़ार है
जो आए तुम्हाइन अपने साथ ले कर!!

आँखे भी मेरी पलकों से सवाल करती है
हर वक़्त आपको हे याद करती है
जब तक ना देख ले मेसेज आपका
तब तक वो आपके मसेज का इंतेज़ार करती है!

रात को जब चाँद सितारे चमकते हैं;
हम हरदम फिर तेरी याद में तड़पते हैं;
आप तो चले गए हो छोड़कर हम को;
मगर हम मिलने को तरसते है!

*

इंतजार शायरी | Intezaar shayari

मरते दम तक तुज़े सताता रहूँगा
सताने के बहाने तूमे उमर भर हसाऊंगाz
धोड़ी देर इंतजार करके तो देखो
अपने बारे म तूमे सब कुछ बताऊंगा!!

फलक भी नाम हो गया हमारी पलकों क साथ मे,

बस एक वो ना आया जिसकी हमको तलाश थी!!

आप सागर को एक बार मिल जाईए;
इसकी मौत के आने से पहले;
यह भी एक बार देख ले ज़िंदगी अपनी;
इस ज़िंदगी को गवाने से पहले!!

उँगलियाँ मेरी वफ़ा पर तो ना उठाओ,
जिसे हो शक़ वो मुझसे निभाकर देखे…!

जिस कदर तुमने भुला रखा है कभी सोचना,

हम सब छोड़कर निकले थे एक तेरी मोहब्बत के लिये..!!

एक पुराना मोसम लोटा,,याद भरी पुरवायी भी,
ऐसा तो कम ही होता है,,वो भी हो तन्हाई भी.!!

झुठा नहीं तू मुझको पता है,
बस थोड़ा रुठा सा है!!

उसने कहा अब किसका इंतज़ार है;
मैंने कहा अब मोहब्बत बाकी है;
उसने कहा तू तो कब का गुजर चूका है ‘मसरूर’;
मैंने कहा अब भी मेरा हौसला बाकी है!

होंठ कह नहीं सकते जो फ़साना दिल का;
शायद नज़रों से वो बात हो जाए;
इस उम्मीद से करते हैं इंतज़ार रात का;
कि शायद सपनों में ही मुलाक़ात हो जाए!

मजा तो हमने इंतजार में देखा है,
चाहत का असर प्यार में देखा है,
लोग ढूंढ़ते हैं जिसे मंदिर मस्जिद में,
उस खुदा को मैने आपमें देखा है..!!

इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा;
यादें काटती हैं ले-ले के नाम तेरा;
मुद्दत से बैठे हैं तेरे इंतज़ार में;
कि आज आयेगा कोई पैगाम तेरा!

*

New Intezaar shayari

ज़ख्म इतने गहरे हैं इज़हार क्या करें;
हम खुद निशान बन गए वार क्या करें;
मर गए हम मगर खुल रही आँखें;
अब इससे ज्यादा इंतज़ार क्या करें!

jakhm itne gahre hai ki ijhaar kya kre?

hm khud hi nishan bn gye vaar kya kre?

mr gaye hm mgr khul rhi hai aankhe

ab isse jyada hm intjaar kya kre.?

नज़र चाहती है दीदार करना;
दिल चाहता है प्यार करना;
क्या बतायें इस दिल का आलम;
नसीब में लिखा है इंतजार करना..!!

jnr chahiti hai didaar karna,

pr dil to chahta hai pyar karna

kya bataye hm is dil jaa aalam

nasib may likha hai intjaar karna!!

कब उनकी पलकों से इज़हार होगा;
दिल के किसी कोने में हमारे लिए प्यार होगा;
गुज़र रही है रात उनकी याद में;
कभी तो उनको भी हमारा इंतज़ार होगा!

kb unki palko se ijhar hoga

dil ke kis kone se hamare liye pyar hoga,

gujar rhi hai raat unki yaad may,

kabhi to unko bhi hamara intjaar hoga..?

आँखों में बसी है प्यारी सूरत तेरी;
और दिल में बसा है तेरा प्यार;

चाहे तू कबूल करे या ना करे;
हमें रहेगा तेरा इंतज़ार!

*

ये ना थी हमारी किस्मत
कि विशाल-ए-यार होता;
अगर और जीते रहते,
यही इंतज़ार होता!

*

Intezaar Viral line

जब आपको मुझसे मोहब्बत हि नही है तो रोखते क्यू हो?

तन्हाई मे मेरे बारे मे सोचते क्यू हो?

जब मंजिल हि जुदा है तो जाणे दो मुझे,

और लौट के कब आओगे ये बार बार पूछते क्यू हो..?

जख्म लगाकर मेरे दिल पर बडी सादगी से,

तुम मेरे जखमी दिल का हाल पूछते क्यू हो..?

ठुकरा कर मेरी मोहब्बत को इस तरह

तुम वापस पलट पलट कर देखते क्यू हू……???

*

*

कलम तो हमने उठा ली पर लिखना नही सिखा,

थोडा सा गम है पर रोना नही सिखा,

अजीब सी मायुसी है जज्बतो मे मेरे,

तन्हा रहता हु पर रोना नही सिखा,

उन लम्हो कि गर्दिश मे नाम है पलके मेरी,

थाम गयी है घडिया पर इंतजार नही सिखा,

उनके मंजिल मे बदलाव देखा तो मुस्कुरा उठी,

पल भर कि ख़ुशी का इंतजार नही सिखा,

हमने इतना कूच खोया है जिंदगी कि राहो मे,

कि बेवफा होणे का हमने इल्जाम नही सिखां,

सिखा तो सब कूच था in ठोकरो को खाके,

पर झूट कहने का हमारा कोई भी इमान नही था……!!!

*

इन्हे भी पढे

Dhokebaaz shayari | धोकेबाज शायरी

Bewafa shayari | बेवफा शायरी

waqt shayari | वक़्त शायरी

Dosti shayari | दोस्ती पर बेहतरीन शायरी

Two line shayari | 100+दो लाईन वाली वायरल शायरी

धन्यवाद!

Share This Article